Original

कच्चित्स कदनं कृत्वा परेषां पाण्डुनन्दन ।स्वर्गतोऽभिमुखः संख्ये युध्यमानो नरर्षभः ॥ ४५ ॥

Segmented

कच्चित् स कदनम् कृत्वा परेषाम् पाण्डु-नन्दन स्वः गतः ऽभिमुखः संख्ये युध्यमानो नर-ऋषभः

Analysis

Word Lemma Parse
कच्चित् कच्चित् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कदनम् कदन pos=n,g=n,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
परेषाम् पर pos=n,g=m,c=6,n=p
पाण्डु पाण्डु pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
स्वः स्वर् pos=i
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽभिमुखः अभिमुख pos=a,g=m,c=1,n=s
संख्ये संख्य pos=n,g=n,c=7,n=s
युध्यमानो युध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
नर नर pos=n,comp=y
ऋषभः ऋषभ pos=n,g=m,c=1,n=s