Original

स्वेषां प्रियहिते युक्तं पितॄणां जयगृद्धिनम् ।न च पूर्वप्रहर्तारं संग्रामे नष्टसंभ्रमम् ।यदि पुत्रं न पश्यामि यास्यामि यमसादनम् ॥ ३२ ॥

Segmented

स्वेषाम् प्रिय-हिते युक्तम् पितॄणाम् जय-गृद्धिनम् न च पूर्व-प्रहर्तृ संग्रामे नष्ट-संभ्रमम् यदि पुत्रम् न पश्यामि यास्यामि यम-सादनम्

Analysis

Word Lemma Parse
स्वेषाम् स्व pos=a,g=m,c=6,n=p
प्रिय प्रिय pos=n,comp=y
हिते हित pos=n,g=n,c=7,n=s
युक्तम् युज् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
पितॄणाम् पितृ pos=n,g=m,c=6,n=p
जय जय pos=n,comp=y
गृद्धिनम् गृद्धिन् pos=a,g=m,c=2,n=s
pos=i
pos=i
पूर्व पूर्व pos=n,comp=y
प्रहर्तृ प्रहर्तृ pos=n,g=m,c=2,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
नष्ट नश् pos=va,comp=y,f=part
संभ्रमम् सम्भ्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
यदि यदि pos=i
पुत्रम् पुत्र pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
यास्यामि या pos=v,p=1,n=s,l=lrt
यम यम pos=n,comp=y
सादनम् सादन pos=n,g=n,c=2,n=s