महाभारतम् — 7.5.28
Original
Segmented
अक्षौहिण्यो दश एका च वशगाः सन्तु ते ऽनघ ताभिः शत्रून् प्रतिव्यूह्य जहि इन्द्रः दानवान् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अक्षौहिण्यो | अक्षौहिणी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
दश | दशन् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
एका | एक | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वशगाः | वशग | pos=a,g=f,c=1,n=p |
सन्तु | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
ताभिः | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रतिव्यूह्य | प्रतिव्यूह् | pos=vi |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दानवान् | दानव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |