महाभारतम् — 7.45.10
Original
Segmented
तम् ते ऽभिषिषिचुः बाणैः मेघा गिरिम् इव अम्बुभिः स च तान् प्रममाथ एकः विष्वग् यथा अम्बुदान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभिषिषिचुः | अभिषिच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मेघा | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गिरिम् | गिरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अम्बुभिः | अम्बु | pos=n,g=n,c=3,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रममाथ | प्रमथ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विष्वग् | वात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
अम्बुदान् | अम्बुद | pos=n,g=m,c=2,n=p |