महाभारतम् — 7.43.1
Original
Segmented
संजय उवाच सैन्धवेन निरुद्धेषु जय-गृद्धिन् पाण्डुषु सु घोरम् अभवद् युद्धम् त्वदीयानाम् परैः सह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सैन्धवेन | सैन्धव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निरुद्धेषु | निरुध् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
जय | जय | pos=n,comp=y |
गृद्धिन् | गृद्धिन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
पाण्डुषु | पाण्डु | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सु | सु | pos=i |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अभवद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वदीयानाम् | त्वदीय | pos=a,g=m,c=6,n=p |
परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |