महाभारतम् — 7.20.49
Original
Segmented
तान् तथा भृश-संक्रुद्धान् पाञ्चालान् मत्स्य-केकयान् सृञ्जयान् पाण्डवान् च एव द्रोणो व्यक्षोभयद् बली
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
संक्रुद्धान् | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मत्स्य | मत्स्य | pos=n,comp=y |
केकयान् | केकय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सृञ्जयान् | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यक्षोभयद् | विक्षोभय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |