Original

यत्तु धर्मप्रवृत्तस्य हृतं राज्यमधर्मतः ।द्रौपदी च परामृष्टा सभामानीय शत्रुभिः ॥ ९ ॥

Segmented

यत् तु धर्म-प्रवृत्तस्य हृतम् राज्यम् अधर्मतः द्रौपदी च परामृष्टा सभाम् आनीय शत्रुभिः

Analysis

Word Lemma Parse
यत् यत् pos=i
तु तु pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
प्रवृत्तस्य प्रवृत् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
हृतम् हृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
राज्यम् राज्य pos=n,g=n,c=1,n=s
अधर्मतः अधर्म pos=n,g=m,c=5,n=s
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
परामृष्टा परामृश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
आनीय आनी pos=vi
शत्रुभिः शत्रु pos=n,g=m,c=3,n=p