महाभारतम् — 7.168.15
Original
Segmented
वपन् व्रणे क्षारम् इव क्षतानाम् शत्रु-कर्शनैः विदीर्यते मे हृदयम् त्वया वाच्-शल्य-पीडितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वपन् | वप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
व्रणे | व्रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्षारम् | क्षार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
क्षतानाम् | क्षन् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
कर्शनैः | कर्शन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
विदीर्यते | विदृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
शल्य | शल्य | pos=n,comp=y |
पीडितम् | पीडय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |