महाभारतम् — 7.165.98
Original
Segmented
कृप उवाच वयम् द्रोणम् पुरस्कृत्य पृथिव्याम् प्रवरम् रथम् प्रावर्तयाम संग्रामम् पाञ्चालैः एव केवलैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृप | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रावर्तयाम | प्रवर्तय् | pos=v,p=1,n=p,l=lan |
संग्रामम् | संग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाञ्चालैः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
एव | एव | pos=i |
केवलैः | केवल | pos=a,g=m,c=3,n=p |