महाभारतम् — 7.165.105
Original
Segmented
तेषु किंचित् प्रभग्नेषु विमुखेषु सपत्न-जित् दिव्यम् अस्त्रम् विकुर्वाणो बभूव अर्कः इव उदितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रभग्नेषु | प्रभञ्ज् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
विमुखेषु | विमुख | pos=a,g=m,c=7,n=p |
सपत्न | सपत्न | pos=n,comp=y |
जित् | जित् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विकुर्वाणो | विकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अर्कः | अर्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उदितः | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |