महाभारतम् — 7.162.27
Original
Segmented
संभ्रान्ते तुमुले घोरे रजः-मेघे समुत्थिते द्वितीयाम् इव सम्प्राप्ताम् अमन्यन्त निशाम् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संभ्रान्ते | सम्भ्रम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तुमुले | तुमुल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| घोरे | घोर | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| रजः | रजस् | pos=n,comp=y |
| मेघे | मेघ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समुत्थिते | समुत्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| द्वितीयाम् | द्वितीय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| सम्प्राप्ताम् | सम्प्राप् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अमन्यन्त | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| निशाम् | निशा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |