महाभारतम् — 7.16.6
Original
Segmented
कश्चिद् आह्वयताम् संख्ये देशम् अन्यम् प्रकर्षतु तम् अजित्वा तु कौन्तेयो न निवर्तेत् कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आह्वयताम् | आह्वा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्यम् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रकर्षतु | प्रकृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अजित्वा | अजित्वा | pos=i |
तु | तु | pos=i |
कौन्तेयो | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
निवर्तेत् | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कथंचन | कथंचन | pos=i |