महाभारतम् — 7.135.10
Original
Segmented
योत्स्ये ऽहम् शत्रुभिः सार्धम् जेष्यामि च वरान् वरान् पाञ्चालैः सह योत्स्यामि सोमकैः केकयैः तथा पाण्डवेयैः च संग्रामे त्वद्-प्रिय-अर्थम् अरिंदम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
योत्स्ये | युध् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शत्रुभिः | शत्रु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
जेष्यामि | जि | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
च | च | pos=i |
वरान् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वरान् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पाञ्चालैः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
योत्स्यामि | युध् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
सोमकैः | सोमक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
केकयैः | केकय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
पाण्डवेयैः | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
संग्रामे | संग्राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अरिंदम | अरिंदम | pos=a,g=m,c=8,n=s |