महाभारतम् — 7.116.17
Original
Segmented
धर्मराज-प्रिय-अन्वेषी हत्वा योधान् वरान् वरान् शूरः च एव कृतास्त्रः च फल्गुनैः अभ्येति सात्यकिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मराज | धर्मराज | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
अन्वेषी | अन्वेषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
योधान् | योध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वरान् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वरान् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कृतास्त्रः | कृतास्त्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
फल्गुनैः | फल्गुन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अभ्येति | अभी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सात्यकिः | सात्यकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |