महाभारतम् — 7.101.31
Original
Segmented
ताम् आपतन्तीम् सहसा घोर-रूपाम् भय-आवहाम् अश्मसार-मयीम् गुर्वीम् तपनीय-विभूषिताम् शरैः अनेक-साहस्रैः भारद्वाजो न्यपातयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आपतन्तीम् | आपत् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
सहसा | सहसा | pos=i |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
रूपाम् | रूप | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आवहाम् | आवह | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अश्मसार | अश्मसार | pos=n,comp=y |
मयीम् | मय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
गुर्वीम् | गुरु | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तपनीय | तपनीय | pos=n,comp=y |
विभूषिताम् | विभूषय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
साहस्रैः | साहस्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
भारद्वाजो | भारद्वाज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न्यपातयत् | निपातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |