महाभारतम् — 7.101.15
Original
Segmented
तम् द्रोणो द्विपदाम् श्रेष्ठो नाराचेन समर्पयत् स तस्य कवचम् भित्त्वा प्राविशद् धरणी-तलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्विपदाम् | द्विपद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठो | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नाराचेन | नाराच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समर्पयत् | समर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कवचम् | कवच | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भित्त्वा | भिद् | pos=vi |
प्राविशद् | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
धरणी | धरणी | pos=n,comp=y |
तलम् | तल | pos=n,g=n,c=2,n=s |