महाभारतम् — 7.101.1
Original
Segmented
संजय उवाच अपराह्णे महा-राज संग्रामः समपद्यत पर्जन्य-सम-निर्घोषः पुनः द्रोणस्य सोमकैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अपराह्णे | अपराह्ण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संग्रामः | संग्राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समपद्यत | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पर्जन्य | पर्जन्य | pos=n,comp=y |
| सम | सम | pos=n,comp=y |
| निर्घोषः | निर्घोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| द्रोणस्य | द्रोण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सोमकैः | सोमक | pos=n,g=m,c=3,n=p |