Original

माया हि सहजा तेषां वयो रूपं च कामजम् ।एवं तद्राक्षसस्याङ्गं छिन्नं छिन्नं व्यरोहत ॥ ६० ॥

Segmented

माया हि सहजा तेषाम् वयो रूपम् च काम-जम् एवम् तद् राक्षसस्य अङ्गम् छिन्नम् छिन्नम् व्यरोहत

Analysis

Word Lemma Parse
माया माया pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
सहजा सहज pos=a,g=f,c=1,n=s
तेषाम् तद् pos=n,g=m,c=6,n=p
वयो वयस् pos=n,g=n,c=1,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
काम काम pos=n,comp=y
जम् pos=a,g=n,c=1,n=s
एवम् एवम् pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
राक्षसस्य राक्षस pos=n,g=m,c=6,n=s
अङ्गम् अङ्ग pos=n,g=n,c=1,n=s
छिन्नम् छिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
छिन्नम् छिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
व्यरोहत विरुह् pos=v,p=3,n=s,l=lan