Original

एतच्छ्रुत्वा महाराज गौतमस्य वचस्तदा ।अनुमान्य कृपं राजा प्रययौ येन मद्रराट् ॥ ७१ ॥

Segmented

एतत् श्रुत्वा महा-राज गौतमस्य वचः तदा अनुमान्य कृपम् राजा प्रययौ येन मद्र-राज्

Analysis

Word Lemma Parse
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
गौतमस्य गौतम pos=n,g=m,c=6,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
तदा तदा pos=i
अनुमान्य अनुमानय् pos=vi
कृपम् कृप pos=n,g=m,c=2,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रययौ प्रया pos=v,p=3,n=s,l=lit
येन येन pos=i
मद्र मद्र pos=n,comp=y
राज् राज् pos=n,g=m,c=1,n=s