महाभारतम् — 6.114.80
Original
Segmented
अभिहत्य शर-ओघैः तम् शतशो ऽथ सहस्रशः न तस्य आसीत् अनिर्भिन्नम् गात्रेषु अङ्गुल-मात्रकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिहत्य | अभिहन् | pos=vi |
शर | शर | pos=n,comp=y |
ओघैः | ओघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शतशो | शतशस् | pos=i |
ऽथ | अथ | pos=i |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |
न | न | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अनिर्भिन्नम् | अनिर्भिन्न | pos=a,g=n,c=1,n=s |
गात्रेषु | गात्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अङ्गुल | अङ्गुल | pos=n,comp=y |
मात्रकम् | मात्रक | pos=n,g=n,c=1,n=s |