महाभारतम् — 6.105.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच कथम् शिखण्डी गाङ्गेयम् अभ्यधावत् पितामहम् पाञ्चाल्यः समरे क्रुद्धो धर्म-आत्मानम् यत-व्रतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कथम् | कथम् | pos=i |
शिखण्डी | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाङ्गेयम् | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्यधावत् | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाञ्चाल्यः | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत | यम् | pos=va,comp=y,f=part |
व्रतम् | व्रत | pos=n,g=m,c=2,n=s |