महाभारतम् — 5.9.47
Original
Segmented
ग्रस्ते वृत्रेण शक्रे तु संभ्रान्ताः त्रिदशाः तदा असृजन् ते महा-सत्त्वाः जृम्भिकाम् वृत्र-नाशिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ग्रस्ते | ग्रस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वृत्रेण | वृत्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शक्रे | शक्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| संभ्रान्ताः | सम्भ्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| त्रिदशाः | त्रिदश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| असृजन् | सृज् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| सत्त्वाः | सत्त्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जृम्भिकाम् | जृम्भिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वृत्र | वृत्र | pos=n,comp=y |
| नाशिन् | नाशिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |