Original

विशेषतश्च वासार्थं सभां ग्रामे वृकस्थले ।विदधे कौरवो राजा बहुरत्नां मनोरमाम् ॥ १६ ॥

Segmented

विशेषतः च वास-अर्थम् सभाम् ग्रामे वृकस्थले विदधे कौरवो राजा बहु-रत्नाम् मनोरमाम्

Analysis

Word Lemma Parse
विशेषतः विशेषतः pos=i
pos=i
वास वास pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
ग्रामे ग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
वृकस्थले वृकस्थल pos=n,g=n,c=7,n=s
विदधे विधा pos=v,p=3,n=s,l=lit
कौरवो कौरव pos=n,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
बहु बहु pos=a,comp=y
रत्नाम् रत्न pos=n,g=f,c=2,n=s
मनोरमाम् मनोरम pos=a,g=f,c=2,n=s