महाभारतम् — 5.8.28
Original
Segmented
शल्य उवाच शृणु पाण्डव भद्रम् ते यद् ब्रवीषि दुरात्मनः तेजः-वध-निमित्तम् माम् सूतपुत्रस्य संयुगे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शल्य | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
तेजः | तेजस् | pos=n,comp=y |
वध | वध | pos=n,comp=y |
निमित्तम् | निमित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
सूतपुत्रस्य | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |