Original

अज्ञातवासं घोरं च वसता दुष्करं कृतम् ।दुःखमेव कुतः सौख्यं राज्यभ्रष्टस्य भारत ॥ २१ ॥

Segmented

अज्ञात-वासम् घोरम् च वसता दुष्करम् कृतम् दुःखम् एव कुतः सौख्यम् राज्य-भ्रष्टस्य भारत

Analysis

Word Lemma Parse
अज्ञात अज्ञात pos=a,comp=y
वासम् वास pos=n,g=n,c=1,n=s
घोरम् घोर pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
वसता वस् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
दुष्करम् दुष्कर pos=a,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=1,n=s
एव एव pos=i
कुतः कुतस् pos=i
सौख्यम् सौख्य pos=n,g=n,c=1,n=s
राज्य राज्य pos=n,comp=y
भ्रष्टस्य भ्रंश् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s