महाभारतम् — 5.62.1
Original
Segmented
दुर्योधन उवाच सदृशानाम् मनुष्येषु सर्वेषाम् तुल्य-जन्मन् कथम् एकान्ततः तेषाम् पार्थानाम् मन्यसे जयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्योधन | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सदृशानाम् | सदृश | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| मनुष्येषु | मनुष्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
| जन्मन् | जन्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| एकान्ततः | एकान्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पार्थानाम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |