Original

अङ्गेमां समवेक्षस्व पुत्र स्वामेव वाहिनीम् ।जात एव तव स्रावस्त्वं तु मोहान्न बुध्यसे ॥ ५ ॥

Segmented

अङ्ग इमाम् समवेक्षस्व पुत्र स्वाम् एव वाहिनीम् जात एव तव स्रावः त्वम् तु मोहात् न बुध्यसे

Analysis

Word Lemma Parse
अङ्ग अङ्ग pos=i
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
समवेक्षस्व समवेक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
पुत्र पुत्र pos=n,g=m,c=8,n=s
स्वाम् स्व pos=a,g=f,c=2,n=s
एव एव pos=i
वाहिनीम् वाहिनी pos=n,g=f,c=2,n=s
जात जन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
एव एव pos=i
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
स्रावः स्राव pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
तु तु pos=i
मोहात् मोह pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
बुध्यसे बुध् pos=v,p=2,n=s,l=lat