Original

महावनमिव छिन्नं यदा द्रक्ष्यसि पातितम् ।बलं कुरूणां संग्रामे तदा स्मर्तासि मे वचः ॥ २८ ॥

Segmented

महा-वनम् इव छिन्नम् यदा द्रक्ष्यसि पातितम् बलम् कुरूणाम् संग्रामे तदा स्मर्तासि मे वचः

Analysis

Word Lemma Parse
महा महत् pos=a,comp=y
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
इव इव pos=i
छिन्नम् छिद् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
यदा यदा pos=i
द्रक्ष्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
पातितम् पातय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
कुरूणाम् कुरु pos=n,g=m,c=6,n=p
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
तदा तदा pos=i
स्मर्तासि स्मृ pos=v,p=2,n=s,l=lrt
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s