महाभारतम् — 5.49.4
Original
Segmented
संजय उवाच राज्ञो मुखम् उदीक्षन्ते पाञ्चालाः पाण्डवैः सह युधिष्ठिरस्य भद्रम् ते स सर्वान् अनुशास्ति च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उदीक्षन्ते | उदीक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
युधिष्ठिरस्य | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अनुशास्ति | अनुशास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |