महाभारतम् — 5.49.10
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच गावल्गणि तु तत् पृष्टः सभायाम् कुरु-संसदि निःश्वस्य सु भृशम् दीर्घम् मुहुः संचिन्तयन्न् इव तत्र अनिमित्ततस् दैवात् सूतम् कश्मलम् आविशत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गावल्गणि | गावल्गणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पृष्टः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सभायाम् | सभा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
संसदि | संसद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
निःश्वस्य | निःश्वस् | pos=vi |
सु | सु | pos=i |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
दीर्घम् | दीर्घ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
संचिन्तयन्न् | संचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
अनिमित्ततस् | अनिमित्ततस् | pos=i |
दैवात् | दैव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सूतम् | सूत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कश्मलम् | कश्मल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आविशत् | आविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |