महाभारतम् — 5.45.6
Original
Segmented
न सादृश्ये तिष्ठति रूपम् अस्य न चक्षुषा पश्यति कश्चिद् एनम् मनीषया अथो मनसा हृदा च य एवम् विदुः अमृताः ते भवन्ति योगिनः तम् प्रपश्यन्ति भगवन्तम् सनातनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
सादृश्ये | सादृश्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मनीषया | मनीषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अथो | अथो | pos=i |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
हृदा | हृद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अमृताः | अमृत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
योगिनः | योगिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपश्यन्ति | प्रपश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भगवन्तम् | भगवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सनातनम् | सनातन | pos=a,g=m,c=2,n=s |