महाभारतम् — 5.45.5
Original
Segmented
चक्रे रथस्य तिष्ठन्तम् ध्रुवस्य अव्यय-कर्मणः केतुमन्तम् वहन्ति अश्वाः तम् दिव्यम् अजरम् दिवि योगिनः तम् प्रपश्यन्ति भगवन्तम् सनातनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चक्रे | चक्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रथस्य | रथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तिष्ठन्तम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ध्रुवस्य | ध्रुव | pos=a,g=m,c=6,n=s |
अव्यय | अव्यय | pos=a,comp=y |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
केतुमन्तम् | केतुमन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वहन्ति | वह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अश्वाः | अश्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अजरम् | अजर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दिवि | दिव् | pos=n,g=,c=7,n=s |
योगिनः | योगिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपश्यन्ति | प्रपश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भगवन्तम् | भगवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सनातनम् | सनातन | pos=a,g=m,c=2,n=s |