महाभारतम् — 5.41.4
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच किम् त्वम् न वेद तद् भूयो यत् मे ब्रूयात् सनातनः त्वम् एव विदुर ब्रूहि प्रज्ञा-शेषः ऽस्ति चेत् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वेद | विद् | pos=v,p=1,n=s,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भूयो | भूयस् | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सनातनः | सनातन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
शेषः | शेष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
चेत् | चेद् | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |