महाभारतम् — 5.33.77
Original
Segmented
न एतान् स्मरति कृत्येषु याचितः च अभ्यसूयति एतान् दोषान् नरः प्राज्ञो बुद्ध्या बुद्ध्वा विवर्जयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स्मरति | स्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कृत्येषु | कृत्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
याचितः | याच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अभ्यसूयति | अभ्यसूय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्राज्ञो | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
बुद्ध्वा | बुध् | pos=vi |
विवर्जयेत् | विवर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |