महाभारतम् — 5.27.5
Original
Segmented
निबन्धनी हि अर्थ-तृष्णा इह पार्थ ताम् एषतो बाध्यते धर्म धर्मम् तु यः प्रवृणीते स बुद्धः कामे गृद्धो हीयते अर्थ-अनुरोधात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निबन्धनी | निबन्धन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
तृष्णा | तृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इह | इह | pos=i |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एषतो | बाध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बाध्यते | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्म | एव | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रवृणीते | प्रवृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बुद्धः | बुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कामे | काम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गृद्धो | गृध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हीयते | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
अनुरोधात् | अनुरोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |