महाभारतम् — 5.27.12
Original
Segmented
इह क्षेत्रे क्रियते पार्थ कार्यम् न वै किंचिद् विद्यते प्रेत्य कार्यम् कृतम् त्वया पारलोक्यम् च कार्यम् पुण्यम् महत् सद्भिः अनुप्रशस्तम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इह | इह | pos=i |
क्षेत्रे | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्रियते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वै | वै | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
पारलोक्यम् | पारलोक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
सद्भिः | सत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अनुप्रशस्तम् | अनुप्रशंस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |