Original

वैशंपायन उवाच ।तत आमन्त्र्य कौन्तेयाञ्शल्यो मद्राधिपस्तदा ।जगाम सबलः श्रीमान्दुर्योधनमरिंदमः ॥ २५ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच तत आमन्त्र्य कौन्तेयाञ् शल्यो मद्र-अधिपः तदा जगाम स बलः श्रीमान् दुर्योधनम् अरिंदमः

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तत ततस् pos=i
आमन्त्र्य आमन्त्रय् pos=vi
कौन्तेयाञ् कौन्तेय pos=n,g=m,c=2,n=p
शल्यो शल्य pos=n,g=m,c=1,n=s
मद्र मद्र pos=n,comp=y
अधिपः अधिप pos=n,g=m,c=1,n=s
तदा तदा pos=i
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
बलः बल pos=n,g=m,c=1,n=s
श्रीमान् श्रीमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
दुर्योधनम् दुर्योधन pos=n,g=m,c=2,n=s
अरिंदमः अरिंदम pos=a,g=m,c=1,n=s