Original

कृपणं त्वामभिप्रेक्ष्य सिद्धचारणसेविता ।मया विनिहतं देवी रोदतामद्य पार्थिव ॥ ४ ॥

Segmented

कृपणम् त्वाम् अभिप्रेक्ष्य सिद्ध-चारण-सेविता मया विनिहतम् देवी रोदताम् अद्य पार्थिव

Analysis

Word Lemma Parse
कृपणम् कृपण pos=a,g=m,c=2,n=s
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
अभिप्रेक्ष्य अभिप्रेक्ष् pos=vi
सिद्ध सिद्ध pos=n,comp=y
चारण चारण pos=n,comp=y
सेविता सेव् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
विनिहतम् विनिहन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
देवी देवी pos=n,g=f,c=1,n=s
रोदताम् रुद् pos=v,p=3,n=s,l=lot
अद्य अद्य pos=i
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s