महाभारतम् — 5.179.30
Original
Segmented
संजय उवाच ततो गङ्गा सुत-स्नेहात् भीष्मम् पुनः उपागमत् न च अस्याः सो ऽकरोद् वाक्यम् क्रोध-पर्याकुल-ईक्षणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सुत | सुत | pos=n,comp=y |
स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
उपागमत् | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अस्याः | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽकरोद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
पर्याकुल | पर्याकुल | pos=a,comp=y |
ईक्षणः | ईक्षण | pos=n,g=m,c=1,n=s |