Original

स्तूयमानो जयाशीर्भिर्निष्क्रम्य गजसाह्वयात् ।कुरुक्षेत्रं रणक्षेत्रमुपायां भरतर्षभ ॥ १५ ॥

Segmented

स्तूयमानो जय-आशीर्भिः निष्क्रम्य गजसाह्वयात् कुरुक्षेत्रम् रण-क्षेत्रम् उपायाम् भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
स्तूयमानो स्तु pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जय जय pos=n,comp=y
आशीर्भिः आशिस् pos=n,g=,c=3,n=p
निष्क्रम्य निष्क्रम् pos=vi
गजसाह्वयात् गजसाह्वय pos=n,g=n,c=5,n=s
कुरुक्षेत्रम् कुरुक्षेत्र pos=n,g=n,c=2,n=s
रण रण pos=n,comp=y
क्षेत्रम् क्षेत्र pos=n,g=n,c=2,n=s
उपायाम् उपया pos=v,p=1,n=s,l=lan
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s