महाभारतम् — 5.16.8
Original
Segmented
स्व-योनिम् भजते सर्वो विशस्व आपः अ विशङ्कितः अहम् त्वाम् वर्धयिष्यामि ब्राह्मैः मन्त्रैः सनातनैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| योनिम् | योनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भजते | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विशस्व | विश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| आपः | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अ | अ | pos=i |
| विशङ्कितः | विशङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| वर्धयिष्यामि | वर्धय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| ब्राह्मैः | ब्राह्म | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| मन्त्रैः | मन्त्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सनातनैः | सनातन | pos=a,g=m,c=3,n=p |