महाभारतम् — 5.16.25
Original
Segmented
एवम् उक्तैः वर्धितः च अपि देवै राजा अभवत् नहुषः घोर-वीर्यः त्रैलोक्ये च प्राप्य राज्यम् तपस्विनः कृत्वा वाहान् याति लोकान् दुरात्मा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्तैः | वच् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| वर्धितः | वर्धय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| देवै | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नहुषः | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| घोर | घोर | pos=a,comp=y |
| वीर्यः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्रैलोक्ये | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| वाहान् | वाह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दुरात्मा | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |