महाभारतम् — 5.16.1
Original
Segmented
बृहस्पतिः उवाच त्वम् अग्ने सर्व-देवानाम् मुखम् त्वम् असि हव्यवाट् त्वम् अन्तः सर्व-भूतानाम् गूढः चरसि साक्षिन्-वत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अग्ने | अग्नि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| हव्यवाट् | हव्यवह् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अन्तः | अन्तर् | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| गूढः | गुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| साक्षिन् | साक्षिन् | pos=a,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |