महाभारतम् — 5.153.33
Original
Segmented
वर्धमानो जय-आशीर्भिः निर्ययौ सैनिकैः वृतः आपगेयम् पुरस्कृत्य भ्रातृभिः सहितः तदा स्कन्धावारेण महता कुरुक्षेत्रम् जगाम ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर्धमानो | वृध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जय | जय | pos=n,comp=y |
आशीर्भिः | आशिस् | pos=n,g=,c=3,n=p |
निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सैनिकैः | सैनिक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आपगेयम् | आपगेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सहितः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
स्कन्धावारेण | स्कन्धावार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
कुरुक्षेत्रम् | कुरुक्षेत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |