महाभारतम् — 5.153.3
Original
Segmented
न हि जातु द्वयोः बुद्धिः समा भवति कर्हिचित् शौर्यम् च नाम नेतॄणाम् स्पर्धते च परस्परम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
जातु | जातु | pos=i |
द्वयोः | द्वि | pos=n,g=m,c=6,n=d |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
समा | सम | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कर्हिचित् | कर्हिचित् | pos=i |
शौर्यम् | शौर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
नाम | नाम | pos=i |
नेतॄणाम् | नेतृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स्पर्धते | स्पृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |