महाभारतम् — 5.151.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच वासुदेवस्य तद् वाक्यम् अनुस्मृत्य युधिष्ठिरः पुनः पप्रच्छ वार्ष्णेयम् कथम् मन्दो ऽब्रवीद् इदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वासुदेवस्य | वासुदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुस्मृत्य | अनुस्मृ | pos=vi |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वार्ष्णेयम् | वार्ष्णेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
मन्दो | मन्द | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |