महाभारतम् — 5.145.31
Original
Segmented
इति उक्तवान् प्राञ्जलिः भूत्वा दुःखितो भृशम् आतुरः तेभ्यो न्यवेदयम् पुत्र प्रतिज्ञाम् पितृ-गौरवात् ऊर्ध्वरेता हि अ राजा च कुलस्य अर्थे पुनः पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राञ्जलिः | प्राञ्जलि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
दुःखितो | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
आतुरः | आतुर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तेभ्यो | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=p |
न्यवेदयम् | निवेदय् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रतिज्ञाम् | प्रतिज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
गौरवात् | गौरव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
ऊर्ध्वरेता | ऊर्ध्वरेतस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अ | अ | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कुलस्य | कुल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |