महाभारतम् — 5.145.10
Original
Segmented
उक्तवान् हि भवान् सर्वम् वचनम् कुरु-मुख्ययोः काम-लोभ-अभिभूतस्य मन्दस्य प्राज्ञ-मानिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
मुख्ययोः | मुख्य | pos=a,g=m,c=6,n=d |
काम | काम | pos=n,comp=y |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
अभिभूतस्य | अभिभू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मन्दस्य | मन्द | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्राज्ञ | प्राज्ञ | pos=a,comp=y |
मानिनः | मानिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |