महाभारतम् — 5.139.45
Original
Segmented
यद् अब्रुवम् अहम् कृष्ण कटुकानि स्म पाण्डवान् प्रिय-अर्थम् धार्तराष्ट्रस्य तेन तप्ये ऽद्य कर्मणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कृष्ण | कृष्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कटुकानि | कटुक | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| स्म | स्म | pos=i |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धार्तराष्ट्रस्य | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तप्ये | तप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ऽद्य | अद्य | pos=i |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |