Original

स मातुर्वचनाकाङ्क्षी प्रविवेश सभां पुनः ।अभिताम्रेक्षणः क्रोधान्निःश्वसन्निव पन्नगः ॥ १७ ॥

Segmented

स मातुः वचन-आकाङ्क्षी प्रविवेश सभाम् पुनः अभिताम्र-ईक्षणः क्रोधात् निःश्वस् इव पन्नगः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
मातुः मातृ pos=n,g=f,c=6,n=s
वचन वचन pos=n,comp=y
आकाङ्क्षी आकाङ्क्षिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रविवेश प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
पुनः पुनर् pos=i
अभिताम्र अभिताम्र pos=a,comp=y
ईक्षणः ईक्षण pos=n,g=m,c=1,n=s
क्रोधात् क्रोध pos=n,g=m,c=5,n=s
निःश्वस् निःश्वस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
पन्नगः पन्नग pos=n,g=m,c=1,n=s